साबूदाना पापड

साबूदाना पापड

35 Minute.
• साबूदाना – 250 ग्राम ( 2 कप)
• पानी – 2 लीटर ( 10 कप )
• नमक – स्वादानुसार ( 2/3 छोटी चम्मच)

• साबूदाना पापड़ के लिये छोटा साइज का साबूदाना लिया जाता है.
साबूदाने को धो कर, साबूदाने की मात्रा से दुगना पानी यानी (चार कप) डालकर, 2 घंटे के लिये भिगो रख दीजिये.

• किसी बड़े और भारे तले के बर्तन में छह कप पानी डालकर उबलने रख दीजिये. पानी में उबाल आने के बाद, भीगा हुआ साबूदाना और नमक डालिये, साबूदाना को थोड़ी थोड़ी देर में चमचे से चलाते हुये पकाइये, ताकि वह तले में न लगे.

साबूदाना का घोल गाड़ा पारदर्शक हो जाने तक घोल को पका लीजिये, घोल को पकने में आधा घंटा लग जाता हैं, आग बन्द कर दीजिये. साबूदाने का गाड़ा पारदर्शल घोल साबूदाना पापड़ बनाने के लिये तैयार है.

• पापड़ बनाइये –

• साबूदाना पापड़ आप स्टील की प्लेट या थाली में भी सुखा सकते हैं या पालीथीन पर भी. पालीथीन के बड़े साइज में इन्हें अधिक संख्या में सुखाया जा सकता है.

• पापड़ बनाने के लिये कोई पारदर्शक बड़ी पोलिथिन शीट किसी चादर के ऊपर बिछा लीजिये.

साबूदाने के गरम घोल को पोलिथिन शीट या स्टील की थाली के पास ले जाइये और चमचे से एक बड़ा चमच्च भर कर साबूदाना घोल निकालिये, पोलिथिन शीट पर डालिये और उसी चमचे से गोल, 2 1/2 इंच या 3 इंच के व्यास में चपाती के जैसा मोटा फैला दीजिये. दूसरा चमचा घोल भर कर निकालिये और पहले पापड़ से एक इंच की दूरी रखते हुये दूसरा पापड़ उसी तरीके से फैलाइये, इसी तरह एक पापड़ से दूसरे पापड़ में दूरी रखते हुये, सारे घोल से पापड़ बना लीजिये.

• पापड़ बनाने के 4-5 घंटे के बाद एक एक पापड़ को उठाकर पलट दीजिये, ज्यादा सूखने पर पापड़ पोलिथिन शीट से चिपक जाने के कारण पलटने पर टूट सकते हैं.

• साबूदाने के पापड़ 2 दिन की धूप में सूख जाते हैं, तीसरे दिन पापड़ कुछ गीले लग रहे हों तो और सुखा लीजिये.

• साबूदाने के पापड़ सूख कर तैयार हैं, साबूदाने के पापड़ को तल कर अभी खाइये और बचे हुये पापड़ कन्टेनर में भरकर रख लीजिये, 6 माह से भी अधिक जब भी आपका मन करे कन्टेनर से साबूदाना पापड़ निकालिये, तलिये और तले पापड़ के ऊपर चाट मसाला छिड़किये और खाइये.