मूंग की दाल की कढ़ी
20 Minute.
• धूली मूंग की दाल – 300 ग्राम (1 1/2 कप)
• दही – 500 ग्राम (2 1/2 कप)
• हींग – 2 – 3 पिंच
• जीरा – आधा छोटी चम्मच
• मैथी – आधा छोटी चम्मच
• हल्दी पाउडर – आधा छोटी चम्मच
• हरी मिर्च – 2-3
• अदरक- 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
• लाल मिर्च – एक चौथाई छोटी चम्मच
• नमक – 2 छोटी चम्मच
• हरा धनियां – एक टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
• तेल – कढ़ी के लिये पकौड़ी तलने के लिये
मूंग की दाल को साफ कीजिये, धोइये और 2 घंटे के लिये पानी में भिगो दीजिये.
• भीगी हुई दाल पानी से निकालिये और दाल को थोड़ी दरदरी पीस लीजिये. पिसी दाल को 2 भागो में बांट लीजिये, दाल के एक भाग को दही फैट कर दही में मिला दीजिये 2 लीटर पानी डाल कर मिला दीजिये, ये कढ़ी के लिये घोल तैयार हो गया.
• दूसरे भाग को किसी बर्तन में डाल कर थोड़ा सा धनियां डाल कर अच्छी तरह हाथ या चमचे की सहायता से फैट लीजिये, पकौड़ी बनाने के दाल तैयार है.
• कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये. गरम तेल में हाथ से थोड़ी सी दाल लेकर गोल पकोड़ियां तोड़ दीजिये, जितनी पकौड़ी तेल में आ सके उतनी पकौड़ी तेल में तोड़ दीजिये. पकौड़ी को पलट पलट कर ब्राउन होने तक तल कर किसी प्लेट में निकाल कर रख लीजिये, सारी दाल से इसी तरह पकौड़ी तैयार करके, प्लेट में रख लीजिये.
• कढ़ी बनाने के लिये बड़ी कढ़ाई में 2 टेबल स्पून तेल डालिये, आग धीमी रखिये, गरम तेल में हींग, जीरा और मैथी डालकर तड़काइये, हल्दी पाउडर, हरी मिर्च और लाल मिर्च डाल दीजिये. इस मसाले में कढ़ी के लिये तैयार घोल डालिये, कढ़ी को लगातार चमचे से चलाते हुये तेज आग पर उबाल आने तक पकाइये, उबाल आने के बाद तैयार की गई पकौड़ी और नमक डाल दीजिये और फिर से कढ़ी में उबाल आने तक चमचे से चलाते रहिये.
• फिर से उबाल आने के बाद आग धीमी कर दीजिये और धीमी आग पर कढ़ी को 20 मिनिट तक पकने दीजिये. बीच बीच में 2-3 मिनिट में चमचे से कढ़ी को चला दीजिये. आप देखेंगे कि कढ़ी पर किनारों पर
मलाई सी दिखने लगी है. मूंग की दाल की कढ़ी (Moong Dal Kadhi) बन गई है. आग बन्द कर दीजिये.
• कढ़ी को प्याले में निकालिये. एक छोटी कढ़ाई में 2 छोटी चम्मच तेल डालकर गरम कीजिये, आधा छोटी चम्मच जीरा डालकर तड़्काइये, यदि तीखा पसन्द करते हैं तो 2 – 3 हरी मिर्च लम्बाई में काटकर तड़्के में डाल कर तलिये, आग बन्द कर दीजिये, 1-2 पिंच लाल मिर्च डाल कर मिलाइये और तड़के को कढ़ी के ऊपर डाल कर सजाइये, बचा हुआ हरा धनियां भी कढ़ी के ऊपर डाल दीजिय: